आई रे आई फिर से, आई वो रात्रि
सबको मुबारक हो, Happy शिव-रात्रि
बम बम भोले जयकारा लगा,
इसका सब स्वागत करें
भोलेनाथ को प्रसन्न कर भक्त,
जीवन मे खुशियाँ भरें
भूतनाथ को खुश करना,
कोई टेढ़ी खीर नहीं
स्वच्छ मन से प्रार्थना कर,
दर्शन देते वो हर कहीं
भोले-शम्भु-हर हर महादेव,
जिसभी नाम से भक्त बुलाते हैं
भोले-भन्डारी महाकाल वो,
प्रेम-विवश चले आते हैं
विश्वनाथ-दुर्गापति वो,
इतनी मदद कर जाते हैं
अन्तकाल स्मरण-मात्र से हम,
भव-सागर तर जातें हैं
नीलकण्ठ शिव-शंकर ने,
मंथन का स्वं विषपान किया
वेग घटा गंगाधर ने,
गंगामृत हमको दान दिया
आओ इस पावन पर्व पर,
दिल से सारे मिलकर बोलें
जय महाकाल शिव-शम्भु,
हर हर महादेव बम-बम भोले
- नित्य मुकुन्द दास (साधक)
सबको मुबारक हो, Happy शिव-रात्रि
बम बम भोले जयकारा लगा,
इसका सब स्वागत करें
भोलेनाथ को प्रसन्न कर भक्त,
जीवन मे खुशियाँ भरें
भूतनाथ को खुश करना,
कोई टेढ़ी खीर नहीं
स्वच्छ मन से प्रार्थना कर,
दर्शन देते वो हर कहीं
भोले-शम्भु-हर हर महादेव,
जिसभी नाम से भक्त बुलाते हैं
भोले-भन्डारी महाकाल वो,
प्रेम-विवश चले आते हैं
विश्वनाथ-दुर्गापति वो,
इतनी मदद कर जाते हैं
अन्तकाल स्मरण-मात्र से हम,
भव-सागर तर जातें हैं
नीलकण्ठ शिव-शंकर ने,
मंथन का स्वं विषपान किया
वेग घटा गंगाधर ने,
गंगामृत हमको दान दिया
आओ इस पावन पर्व पर,
दिल से सारे मिलकर बोलें
जय महाकाल शिव-शम्भु,
हर हर महादेव बम-बम भोले
- नित्य मुकुन्द दास (साधक)
No comments:
Post a Comment